दर्द लिंग भेद नहीं करता, नाही आंसुओं के गिरने से है डरता। मगर शायद साहस सभी संजोते नहीं। क्योंकि लड़... दर्द लिंग भेद नहीं करता, नाही आंसुओं के गिरने से है डरता। मगर शायद साहस सभी संजो...
बेटी-बेटे में ये दुनिया फ़र्क करेगी कब तक ? बेटी-बेटे में ये दुनिया फ़र्क करेगी कब तक ?
बेटा बेटी है एक समान , मात पिता का बढाते मान। बेटा बेटी है एक समान , मात पिता का बढाते मान।
और हम पूरी तरह आज़ाद कभी नहीं कहलाएँगे। और हम पूरी तरह आज़ाद कभी नहीं कहलाएँगे।
सदा-सदा से प्रश्न हमारा , क्यों बेटा ,बेटी से प्यारा। सदा-सदा से प्रश्न हमारा , क्यों बेटा ,बेटी से प्यारा।
जीवन है, रोटी का खेल इसके हैं, कारनामे अनेक। इज़्ज़त और इंसानियत इन सबके ऊपर है, रोटी एक।। सभी ल... जीवन है, रोटी का खेल इसके हैं, कारनामे अनेक। इज़्ज़त और इंसानियत इन सबके ऊपर ...